Algorithm क्या है? | ऐल्गोरिदम के लक्षण क्या – क्या है ?| ऐल्गोरिदम के क्या फायदे हैं?
Algorithm Kya Hai
आपको
इस लेख में
ऐल्गोरिदम के बारे में सम्पूर्ण
दी गई है | जिसमें
आपको एल्गोरिदम के
बारे में सीखने
को मिलेगा |
बहुत कम लोग ही
जानते होंगे की एल्गोरिदम क्या होता है अगर आप इसके बारे में नहीं जानते हो तो अब आपको चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। हम आपको इसके बारे में पूरी जानकारी देंगे। इसके लिए हमारे इस लेख
को शुरू से अंत तक जरूर पढ़ें
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ऐल्गोरिदम क्या है?
ऐल्गोरिदम को प्रोग्रामिंग लैंग्वेज में प्रोग्राम लिखने से पहले बनाया जाता है जिससे एक बेहतर प्रोग्राम बन सके। एल्गोरिदम का
प्रयोग किसी भी प्रॉब्लम को सॉल्व करने के लिए किया जाता है। ऐल्गोरिदम किसी भी प्रॉब्लम को स्टेप बाइ स्टेप सॉल्व करता है। उदाहरण के लिए मान लो
आपको किसी को फ़ोन
करना भी एक
क्योंकि इसमें आपको कुछ करना है। अब फ़ोन करने के लिए आपको बहुत से काम करने होते है जैसे कि सबसे पहले आप फ़ोन को इस बात के लिए चेक करेंगे कि फ़ोन ऑन हैं या नहीं।
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2. अगर फ़ोन ऑन करके आपको उस व्यक्ति का फ़ोन नंबर डायल करना होता है जिससे आप बात करना चाहते हैं।
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3. फ़ोन नंबर डायल करने के बाद आपको टारगेट व्यक्ति के फ़ोन पर बेल जाने का इंतजार करना होगा।
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4. यदि बैल जाती है और टारगेट व्यक्ति फ़ोन अटेंड करता है तो आपकी बात हो जाएगी |
आपको फ़ोन करने जैसी मामूली सी प्रॉब्लम को सुलझाने के लिए भी
एक सिक्वेन्स का पालन करना होता है और साथ ही सभी स्टेप्स को फॉलो।आप इन स्टेप्स के क्रम को
चेंज नहीं कर सकते है और ना ही आप किसी स्टेप को छोड़ सकते हैं। यदि हम इन में से किसी भी एक स्टेप को इग्नोर करते हैं तो आप जीस व्यक्ति से बात करना चाहते हो। आप उससे बात नहीं कर पाओगे यानी प्रॉब्लम का सॉल्यूशन नहीं मिलेगा।
इसी लिए आपको किसी भी प्रॉब्लम का एक सलूशन प्राप्त करने के लिए आपको उस प्रॉब्लम को डिफरेंट डिफरेंट स्टेप्स के समूह के रूप में
डिफाइन करना होता है जो कि एक निश्चित क्रम होते हैं। इस फॉलो किए जाने वाले स्टेप्स के समूह को ही ऐल्गोरिदम कहा जाता है।
ऐल्गोरिदम के लक्षण क्या – क्या है ?
ऐल्गोरिदम के लक्षण के बारे में क्योंकि एल्गोरिदम में इसकी कई सारी आवश्यक विशेषताएं होती हैं जिनके बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं।
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1. Finiteness
एक
एल्गोरिदम जीतने कम स्टेप्स में अपना पूरा काम करती है, वो उतनी ही अच्छी होती है। उसमें हमेशा गिनती के स्टेप्स होते हैं।
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2.प्रिसाइस्लीडि फाइन्ड ऐल्गोरिदम का हर स्टेप कर ली डिफाइन होता है, जिसे आसानी से पढ़ा जा सकता है।
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3.इनपुट एक अच्छी ऐल्गोरिदम हमेशा एक अच्छा इनपुट लेती है
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4. आउटपुट ऐल्गोरिदम हमेशा इनपुट की तरह अच्छा आउटपुट भी लेती है।
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5.इफेक्टिवनेस ऐल्गोरिदम हमेशा प्रॉब्लम सॉल्विंग होना चाहिए
· ऐम्बिग्यूअस
सही बहुत जरूरी है, जिसमें स्टेप्स और लाइन का कुछ अर्थ निकले
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आप जानते हैं की ऐल्गोरिदम का उपयोग कहाँ पर होता है? जैसा कि आप सभी इतना तो जानते ही होंगे कि ऐल्गोरिदम का प्रयोग आज कल हर जगह और किसी भी परेशानी का हल स्टेप बाइ स्टेप इसके जरिए निकाला जा सकता है और अगर देखा जाए तो हमारे अनुसार इसका उपयोग ज्यादातर कम्पनीज़मिस्ट्री, प्रोग्रामिंग इत्यादि में किया जाता है।
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1. मैथमैटिकल प्रॉब्लम सॉल्व करने के लिए एक अच्छी और सही एल्गोरिदम का प्रयोग किया जाता है। जैसे की एक नंबर ज़ीरो से बड़ा है तो प्लस और अगर ज़ीरो से छोटा है तो माइनस है।
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2.फेसबुक सर्च एंजिन गूगल मैप भी एल्गोरिदम के अनुसार सारा काम करते है।
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3. कंप्यूटर साइंटिस्ट और सॉफ्टवेर इंजीनियर भी इसका यूज़ करते है क्योंकि इससे उन्हें काम करने में समय की बचत होती है और कम मेहनत में पूरा काम हो जाता है।
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4. गलतियाँ ना हो इसके लिए फ्लो चार्ट बनाने से पहले एक सही एल्गोरिदम का प्रयोग किया जाता है।
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5. कई सारी फील्ड जैसे की स्पेस रिसर्च, रोबॉटिक्स, आर्टिफिशियल इन्टेलिजेन्स में भी इसका उपयोग मुख्य रूप से किया जाता है।
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6. प्रोग्राम लिखने से पहले कंप्यूटर प्रोग्रामिंग में एल्गोरिदम का इस्तेमाल किया जाता है। अगर आप कंप्यूटर साइंस, आईटी बी, सी या एमसीए का छात्र है और आपको प्रोग्राम लिखना है।जैसे
-चेक थे नंबर इस नॉट प्राइम
ऐसे प्रोग्राम को आप बिना सोचे समझे अगर लिखना शुरू करते है तो कई गलतियाँ जिस
प्रोग्राम में देखने को मिल सकती है |
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7.सूडो कोड लिखने के लिए एल्गोरिदम की बहुत जरूरत होती है, नहीं तो सूडो कोड फिर से लिखना पड़ सकता है |
ऐल्गोरिदम के क्या फायदे हैं?
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1. ऐल्गोरिदम से किसी समस्या को सोल्व
करने में आसानी
होती है।
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2. एक ऐल्गोरिदम एक निश्चित प्रक्रिया का उपयोग करता है।
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3. ये किसी भी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज पर निर्भर नहीं है। इसीलिए प्रोग्रामिंग ज्ञान के बिना भी किसी के लिए ऐल्गोरिदम को समझना आसान होता है।
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4. ऐल्गोरिदम में प्रत्येक चरण का अपना लॉजिकल सिक्वेन्स होता है, इसीलिए इसे डीबक करना आसान होता है।
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ऐल्गोरिदम को फ्लो चार्ट में कन्वर्ट कर सकते हैं, और उसके बाद इसे किसी भी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज में बदला जा सकता है ऐल्गोरिदम वास्तव में
आर्टिफिशियल इन्टेलिजेन्स
जैसे संभव शक्तिशाली टेक्नोलॉजी का दिल है ऐल्गोरिदम पहले से ही मशीन लर्निंग जैसे तकनीकों का आधार है। इस प्रकार हर दिन नयी नयी टेक्नोलॉजी के फीचर्स के साथ हम एल्गोरिदम का प्रयोग
बढ़ाते जा रहे हैं। आज एल्गोरिदम वर्चुअल असिस्टेंस या ऑटोनॉमस जैसे टेक्नोलॉजीज़ में भी प्रयोग
किया जाता है|
हमें आशा है कि आपको एल्गोरिदम के बारे में सब कुछ
अच्छे से समझ में आ गया होगा अगर आपको किसी
भी प्रकार की समस्या है तो
आप हमें कमेंट में जरूर बताएं। हम आपकी समस्या को हल करने का पूरा प्रयास करेंगे। इसे अपने दोस्तों के साथ अधिक से अधिक शेयर
करें ताकि वे भी इसकी पूरी जानकारी ले सकें।
धन्यवाद।