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Proxy server Kya Hai

 

Proxy server | प्रॉक्सी सर्वर होता क्या है | प्रॉक्सी सर्वर काम कैसे करता है | प्रॉक्सी सर्वर के क्या क्या फायदे हैं?


Proxy server Kya Hai




Proxy server Kya Hai


आप सभी सर्वर के बारे में तो जानते ही होंगे। सर्वर एक ऐसा कंप्यूटर होता है जिसमें इंटरनेट पर मौजूद सभी जानकारी स्टोर होकर रहती है। हम जो भी इन्फॉर्मेशन वेब ब्राउज़र से सर्च करते हैं तो वो इन्फॉर्मेशन ऐसे ही किसी सर्वर से हमारे डिवाइस तक पहुंचती है।आप इस लेख में आप को एक सर्वर के  बारे में बताने वाला हूँ जो दूसरे सर्वर से बिल्कुल अलग है। अक्सर आपने देखा होगा कि कई सारे स्कूल्स, कॉलेज या ऑफिस में बहुत से वेबसाइट ब्लॉक कर दी जाती है और कई वेबसाइट तो ऐसी भी होती हैं जिन्हें कुछ देशों में ऐक्सेस करने की अनुमति भी नहीं दी जाती तो ऐसे में इंटरनेट की कम जानकारी होने की वजह से बहुत से लोग इन ब्लॉक किए गए वेबसाइट्स को ऐक्सेस नहीं कर पाते लेकिन कुछ इन्टरनेट यूजर्स  ऐसे भी होते हैं जिन्हें पता होता है कि किसी भी ब्लॉग वेबसाइट को ऐक्सेस कैसे करना है और यह काम वो बड़े ही आसानी से कर लेते हैं।

 

असल में यह सारा खेल एक खास सर्वर का होता है जिसकी मदद से हम और आप किसी भी तरह की वेबसाइट से जानकारी पा सकते हैं।इस सर्वर का नाम है प्रॉक्सी सर्वर, जिसके बारे में हम आपको इस लेख में बताने वाला हूँ अगर आपको प्रॉक्सी सर्वर से जुड़ी सभी जानकारी चाहिए तो इस लेख को पूरा जरूर पढ़ें क्योंकि कभी ना कभी यह जानकारी आपके काम जरूर आएंगी।

 

 

 

प्रॉक्सी सर्वर होता क्या है?

 

प्रॉक्सी सर्वर हमारे और इंटरनेट के बीच बृज की तरह होता है जो यूजर  को इंटरनेट की दुनिया के साथ जोड़ता है। प्रॉक्सी सर्वर एक ऐसा कंप्यूटर होता है जो क्लाइंट और इंटरनेट के बीच गेटवे यानी मुख्य द्वार की तरह कार्य करता है। प्रॉक्सी शब्द का मतलब होता है किसी दूसरे को प्रस्तुत करना या फिर किसी दूसरे की तरफ से कार्य करना प्रॉक्सी सर्वर क्लाइंट की तरफ से इंटरनेट पर रिक्वेस्ट भेजता है और क्लाइंट तक इन्फॉर्मेशन भेजता है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इंटरनेट पर हर कंप्यूटर के लिए एक विशिष्ट इंटरनेट प्रोटोकोल पता यानी की आईपी एड्रेस मौजूद होता है।

 

 

आईपी एड्रेस को इस तरह से आप समझ सकते हैं जैसे आपके घर का एक एड्रेस होता है जहाँ पर आपके नाम का लेटर या कोई पैकेज आपके एड्रेस पर डेलिवर होता है, उसी तरह इंटरनेट से डेटा को आपके डिवाइस तक पहुंचाने के लिए आईपी एड्रेस का इस्तेमाल किया जाता है। इस आईपी एड्रेस की वजह से इंटरनेट से आपके डिवाइस की लोकेशन का भी पता चल सकता है। बहुत से लोग प्रॉक्सी सर्वर का इस्तेमाल अपने कंप्यूटर के आईपी एड्रेस को छुपाने के लिए करते हैं।जब आप इंटरनेट पर सर्व करने के लिए अपने ब्राउज़र का उपयोग करते हैं तो आप उस वेब साइट से सीधे जुड़ जाएंगे जिसपर आप जा रहे हैं, लेकिन प्रॉक्सी सर्वर आपकी ओर से अन्य आईपी एड्रेस का इस्तेमाल कर वेब साइटों के साथ संवाद करते हैं और आप तक इन्फॉर्मेशन पहुंचते हैं |

 

 

जिससे आपके डिवाइस का आईपी एड्रेस छुप जाता है।इसका मतलब है कि हम वेबसाइट को अपने कंप्यूटर सिस्टम या अन्य डिवाइस पर देख तो सकते हैं, लेकिन वेबसाइट का सर्वर से जुड़ने वाली सिस्टम कोई और ही होती है जिसे प्रॉक्सी सर्वर कहा जाता है। इस सर्वर की मदद से हम किसी वेब साइट को सीधे अपने कंप्यूटर से ऐक्सिस ना करके प्रॉक्सी सर्वर के द्वारा ऐक्सेस कर सकते हैं।

 

 

 

प्रॉक्सी सर्वर काम कैसे करता है?

 

प्रॉक्सी सर्वर यूजर  और वेबसाइट के सर्वर के बीच एक माध्यम का काम करता है। जब यूजर  को कोई इन्फॉर्मेशन चाहिए होती है तो वो वेब ब्राउज़र पर एक किसी वेब पेज या वेब साइट को सर्च करता है। यूजर  का ये रिक्वेस्ट प्रॉक्सी सर्वर से होते हुए वेबसाइट्स के सर्वर तक पहुँचता है।और फिर वेबसाइट का सर्वर प्रॉक्सी से आए हुए रिक्वेस्ट के आधार पर कॉन्टेंट या फाइल को प्रॉक्सी सर्वर पर भेजता है। फिर प्रॉक्सी सर्वर से यूजर  की डिवाइस पर इन्फॉर्मेशन भेज दी जाती है। यानी की यूजर  जब भी कोई रिक्वेस्ट भेजता है तो वो डाइरेक्टली वेबसाइट के सर्वर पर नहीं जाती बल्कि सर्वर पर जाने से पहले प्रॉक्सी सर्वर पर जाती है और फिर वो रिक्वेस्ट प्रॉक्सी सर्वर से मेन वेब सर्वर तक जाती है।

 

 

इस तरह वेब सर्वर भी डाइरेक्टली क्लाइंट को डेटा भेजने के बजाय पहले प्रॉक्सी सर्वर को डेटा भेजता है। अगर सरल शब्दों में कहें तो यूजर  को इंटरनेट से डेटा इनडायरेक्ट तरीके से मिल रहा होता है। अब आपके मन में ये सवालआ रहा होगा कि अगर यूजर  डाइरेक्टली वेबसाइट से डेटा ऐक्सेस कर सकता है तो यंहा पर प्रॉक्सी सर्वर का उपयोग क्यों किया जा रहा है? असल में प्रॉक्सी सर्वर का इस्तेमाल ब्लॉक वेबसाइट्स को खोलने के लिए किया जाता है। साथ ही प्रॉक्सी सर्वर यूजर  को सेक्युरिटी से जुड़ी सुविधाएं भी प्रदान करती है।आम तौर पर प्रॉक्सी सर्वर का काम आपकी पहचान को गोपनीय रखते हुए आपके द्वारा मांगी गई जानकारी को आपके सामने प्रदर्शित करना है।

 

 

 

आपको इसके बारे में थोड़ा विस्तार से समझाते हैं।
 

जैसा की हमने आपको इस में पहले भी बताया कि इंटरनेट से जुड़े सभी कंप्यूटर्स का अपना अपना यूनिक आईपी एड्रेस होता है।जिसके जरिये इंटरनेट को ये पता चल पाता है की कौन सा कंप्यूटर किस लोकेशन पर स्थित है ताकि सही डेटा सही कंप्यूटर तक पहुंचाया जा सके। प्रॉक्सी सर्वर भी एक प्रकार का कंप्यूटर ही होता है, जिसका खुद का एक यूनिक आईपी एड्रेस होता है। तो जब भी यूजर  को इंटरनेट से कोई इन्फॉर्मेशन चाहिए होती है।तो उसके लिए आपका डिवाइस सबसे पहले प्रॉक्सी सर्वर को रिक्वेस्ट भेजता है और प्रॉक्सी सर्वर यूजर  के रिक्वेस्ट को उस डेस्टिनेशन सर्वर को भेज देता है जहाँ पर वो इन्फॉर्मेशन स्टोर रहता है। यूजर  के कंप्यूटर और सर्वर के बीच सीधे तौर पर कोई कम्यूनिकेशन नहीं होता, इसीलिए सर्वर को यूजर की आईपी एड्रेस का पता नहीं चल पाता।इससे यूज़र के सिस्टम की पहचान छुप जाती है। इस तरह से प्रॉक्सी सर्वर सेक्युरिटी की सुविधा प्रदान करता है।

ब्लॉक वेबसाइट को खोलने में प्रॉक्सी सर्वर की क्या भूमिका होती है?

 

 

किसी किसी देश में या किसी गवर्नमेंट ऑर्गेनाइजेशन में कुछ वेबसाइट्स को ब्लॉक कर दिया जाता है। आप जीतने भी कोशिश कर लें। आप उस ब्लॉग वेब साइट को अपने सिस्टम में खोलकर नहीं देख पाएंगे। लेकिन अगर आप प्रॉक्सी सर्वर का इस्तेमाल करके ब्लॉक्ड वेबसाइट को खोलने की कोशिश करेंगे तो आप आसानी से उनके कॉन्टैक्ट्स को देख पाएंगे। जब आप किसी ब्लॉक वेबसाइट को प्रॉक्सी सर्वर के जरिए खोलते हैं तो इंटरनेट पर आपका आईपी एड्रेस छुपा दिया जाता है और उसकी जगह एक ऐसा आईपी एड्रेस दर्शा दिया जाता है जिस पर वो वेबसाइट्स ब्लॉक ना हो। इस तरह से आप अपने डिवाइस से ब्लॉक वेबसाइट्स को खोल पाते हैं अगर आप कोई ब्लॉक वेब साइट को खोलना चाहते हैं।तो आपको अपने ब्राउज़र पर जाकर फ्री प्रॉक्सी सर्वर लिस्ट टाइप करना है और आपको हजारों ऐसे वेबसाइट्स मिल जाएंगे जहाँ से आपको फ्री प्रॉक्सी सर्वर के लिस्ट मिल जाएगी। उनमें से एक प्रॉक्सी सर्वर को सिलैक्ट कर आपको ओपन करके सर्च बॉक्स पर ब्लॉक वेबसाइट का यूआरएल टाइप कीजिये और एंटर पर प्रेस करते ही आपका सर्च किया हुआ वेबसाइट ओपन हो जायेगा।

 

 

 

 

प्रॉक्सी सर्वर के क्या क्या फायदे हैं?

 

·         1.प्रॉक्सी सर्वर को कैचिंग के लिए उपयोग किया जाता है। इसका मतलब है कि जब कोई यूजर  किसी इन्फॉर्मेशन को प्रॉक्सी सर्वर के जरिए ऐक्सिस करता है, तो सर्वर उस इन्फॉर्मेशन को सेव कर लेता है, ताकि जब कोई दूसरा यूजर्स  इन्फॉर्मेशन को ऐक्सेस करता है तो सर्वर अपने ऐक्ट में से ही उस इन्फॉर्मेशन को यूजर  को दे देता है। इससे एक और फायदा होता है कि इन्फॉर्मेशन ऐक्सेस करने की स्पीड बढ़ जाती है |

 

·         2. प्रॉक्सी सर्वर आईपी एड्रेस को छुपा देता है। इससे यूज़र की पहचान इंटरनेट से भी छुप जाती है। यदि आप किसी वेबसाइट को डाइरेक्टली अपने कंप्यूटर से ऐक्सेस करते हैं।तो आपका आईपी एड्रेस और कुछ अन्य डिटेल्स वेब सर्वर में पहुंचाती है। लेकिन प्रॉक्सी की मदद से इंटरनेट में जो भी सिस्टम के इन्फॉर्मेशन जाती है वो प्रॉक्सी सर्वर की होती है जिससे यूज़र की आइडेंटिटी और नेटवर्क दोनों सुरक्षित हो जाते हैं और इससे उन हैकर्स का भी खतरा नहीं होता जो आपके सिस्टम की इन्फॉर्मेशन को चुरा लेते हैं।

 

·         3.प्रॉक्सी सर्वर के द्वारा ब्लॉक्ड वेबसाइट्स को खोला भी जा सकता है और यूजर  की रिक्वेस्ट पर किसी वेबसाइट को ब्लॉक भी किया जा सकता है। अगर यूजर  किसी वेब साइट का इस्तेमाल नहीं करना चाहता है तो वो उसे प्रॉक्सी सर्वर के द्वारा ब्लॉक कर सकता है जो ऐसे कुछ माता पिता होते हैं जो यह नहीं चाहते कि उनके बच्चे इंटरनेट पर कुछ भी गलत देखे इसीलिए वो प्रॉक्सी सर्वर का इस्तेमाल वेबसाइट को ब्लॉक करने के लिए करते हैं।

 

·         4.किसी भी ऑर्गेनाइजेशन के लिए अपने सर्वर हैक होने और डेटा थेफ्ट होने का खतरा हमेशा बना रहता है। इस मामले में प्रॉक्सी सर्वर काफी हद तक सुरक्षा प्रदान करता है, कोई भी और नाइजेशन प्रॉक्सी सर्वर की मदद से क्लाइंट और सर्वर के बीच हो रहे कम्यूनिकेशन को इनक्रिप्ट कर सकती है, जिससे कोई थर्ड पार्टी डेटा को रीड ना कर सके। हैकर्स आपके सर्वर तक तो पहुँच सकते हैं, लेकिन आपके रियल सर्वर जहाँ पर सारा डेटा स्टोर होता है वहाँ पहुंचने में उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ता है |

 

 

 

 

 Proxy server Kya Hota Hai

 

तो दोस्तों आशा करते हैं कि आपको प्रॉक्सी सर्वर से जुड़ी सभी जानकारी इस लेख में मिल गयी होंगी। आपको इससे यह भी पता चल गया होगा कि प्रॉक्सी सर्वर काम कैसे करता है और इसके क्या क्या फायदे होते है। तो अगर आप भी कभी वेबसाइट्स को खोलना चाहते हैं तो आप प्रॉक्सी सर्वर का इस्तेमाल करके उन्हें ऐक्सेस कर सकते हैं। दोस्तों इस लेख से जुड़ी कोई भी परेशानी हो तो आप हमें नीचे कमेंट में बता सकते है ताकि हम आपकी परेशानी को जल्द से जल्द दूर कर सके।

 धन्यवाद

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